यू० पी० में विधानसभा चुनाव निकट आते ही सियासी पारा काफ़ी गरम हो गया है! एक दल, दूसरे दल को नीचा दिखाने का कोई भी मौका नहीं चूक रहा है! सभी राजनीतिक दलों में वोटरों को लुभाने की होड़ लगी है! कोई मुस्लिम कार्ड चल रहा है तो कोई ब्राह्मणों को लुभाने की कोशिश में है! एक - दूसरे पर जमकर आरोप- प्रत्यारोप लगा रहा रहे हैं! ज़ाहिर है ऐसे में सियासी विवाद पैदा होंगे ही ! इसलिए राहुल गांधी के एक बयान को लेकर जो विवाद पैदा हुआ है उस पर शायद ही किसी को आश्चर्य हो! हाँ... ! सियासी पारा काफ़ी ऊपर पहुँच गया!
पूरा माज़रा कुछ इस तरह से है कि यू० पी० में सोमवार को अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने अपने एक भाषण में कहा कि एक बयान पर सियासी बवाल मच गया है! एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कब तक पंजाब जाकर मजदूरी करोगे? कब तक महाराष्ट्र जाकर भीख मांगोगे? राहुल के इस बयान से सियासी हलको में ऐसा भूचाल आया कि आने कई दिनों में भी ये शांत पढ़ जाए इसकी उम्मीद बेहद कम है! यहाँ तक कि महाराष्ट्र में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे तक ने राहुल के बयान की निंदा की है! दूसरे गैर कांग्रेसी दलों की प्रतिक्रिया भी बेहद तीखी और नाराजगी भरी है!
दरअसल राहुल के इस बयान से गैर कांग्रेसी राजनीतिक दलों को कांग्रेस को घेरने का मौका मिल गया है! वो राहुल के इस बयान को यू०पी० के लोगों का अपमान बता रहे हैं! बहुजन समाज पार्टी ने तो यहाँ तक कह डाला कि राहुल अपनी ज़बान को लगाम दें ! BSP, राहुल के एक पहले दिए बयान पर पहले से ही ख़फ़ा ! विकास के मुद्दे पर राहुल गांधी ने अपने पहले दिए एक बयान में कहा था कि यू० पी० के लोगों को गुस्सा क्यों नहीं आता? जिससे BSP के नेता काफी नाराज़ थे! मायावती ने पलट कर ये भी कह दिया था राहुल गांधी को केंद्र पर गुस्सा क्यों नहीं आता!
!
No comments:
Post a Comment
प्यारे पाठकों! टिप्पड़ी के माध्यम से खुलकर अपनी बात रखें!